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दिव्य प्राचीन विधि से करें संपर्क अपने आसपास मौजूद सूक्षम अद्रश्य शक्तियों से Pitar Shaktiyon ko Kaise Jagayen

दिव्य प्राचीन विधि से करें संपर्क अपने आसपास मौजूद सूक्षम अद्रश्य शक्तियों से  : इस दुनिया में सर्वप्रथम है शक्ति. अगर शक्ति है तो धन अपने आप आपके पीछे अपने आप आएगा.
-       क्या आप चाहते है की कोई ऐसी शक्ति जो आपको भूत भविष्य और वर्तमान सभी की सटीक जानकारी दें.
-       कोई ऐसी विद्या जिससे आप आने वाले संकट से पहले ही सावधान हो जाएँ और उस से बच जाएँ ...
-       शत्रु क्या षड्यंत्र कर रहे है ये सब घर बैठे ही पता लग जाए
-       या फिर कुछ ऐसा की आपको पता ही न लगे और वो शक्ति सदा आपकी चरों तरफ से रक्षा करती रहे और आपके घर को हमेशा धन धन्य से भरपूर रखे ...
इत्यादि इत्यादि .... और अगर हां आप ऐसी शक्ति चाहते है तो जरूर ये विधि करें और अपने दिल और घर में जगह दें इन शक्तियों को.  कर्ण पिशाचनी का नाम आपने खूब सुना भी होगा और बहुत लोगों ने उसकी कठिन साधना करके उसको हासिल भी किया है. लेकिन उसकी सिद्धि के बाद साधक की स्थति खराब हो जाती क्योंकि उसके दुष्परिणाम ही ऐसे होते है. होता क्या है की वो आपका काम करती तो है लेकिन बदले में हमेशा कुछ न कुछ उसे भी चाहिए होता है. इसलिए ये सिद्धि साधारण गृहस्थी के लिए बिलकूल उपयुक्त नहीं है ... तो फिर गह्रास्थ साधक क्या करे ???
दिव्य प्राचीन विधि से करें संपर्क अपने आसपास मौजूद सूक्षम अद्रश्य शक्तियों से
दिव्य प्राचीन विधि से करें संपर्क अपने आसपास मौजूद सूक्षम अद्रश्य शक्तियों से 

किसी भी देवी देवता की सिद्धि करने से ये संभव तो है लेकिन उसमे मेहनत बहुत होगी और साधन मेहनत के डर से वो करेगा ही नहीं. इसीलिए एक अचूक लेकिन बड़ी आसान साधना है जो आपकी इस तरह की सभी इच्छाओं को पूर्ति कर सकती है. और वो है आपकी अपनी पितृ शक्ति को जाग्रत करना. जी हाँ अपनी पितृ शक्ति को अगर आप जागृत कर लेते है तो वो कर्ण पिशाचनी या किसी भी देवी देवता की शक्ति से बढ़कर होगी क्योंकि इसे जाग्रत करना बहुत ही सरल होता है और ये बिलकूल सामने आकर आपकी बात सुनते है और आपको सही डिसिशन देते है.

पितरों को जागृत करने की विधि और तरीका:  पितरों को भोग लगाने से बहुत ही चमत्कारी परिणाम सामने आते है। भोग लगाना मतलब जब भी भोजन लें या और कुछ भी ग्रहण करें उससे पहले उसे अग्नि को अर्पित करें। क्योंकि पकाए गए अन्न पर सबसे पहला अधिकार इन्ही महाशक्तियों का ही होता है।  अगर आप इस तरह की आदत बना लेते है पूर्ण श्रधा विस्वास से तो शत प्रतिशत इसके परिणाम बहुत हितकारी और आश्चर्य करने वाले होते है ...

-       ये क्रिया आपको वो प्रसिधी देगी जो अपने सोची भी नहीं होगी, आपको एक हीरो की तरह प्रसिद्ध कर देगी ये विद्या.
-       आपका रोजगार नहीं चल रहा है या नौकरी नहीं मिल रही है या फिर धन की समस्या बनी रहती है सब दूर हो जायेगी.
-       अगर दुसमन आपको जीने नहीं दे रहा है तो ये शक्तियां आपके दुश्मन को एक दम सीधा कर देंगी, आपको पता भी नहीं लगे गा वो कहां गया आपका दुश्मन ...
Pitar Shaktiyon ko Kaise Jagayen
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-       हर तरह के तांत्रिक या काले जादू के अटैक का मुंह तोड़ जवाब देंगी ये, इसका मतलब जो अटैक आप पर हुआ है वो वापिस उन्ही पर चला जायेगा बिना आपकी कुछ भी किये गर ये विद्या सिद्ध है तो ...
-       और अब सबसे ख़ास कीमती और जरूरी फायदे वाली बात ये है की आपके घर की जो अद्रश्य महा शक्तियां है वो आपको दर्शन देने लगेंगी, वो आपसे बात करेंगी. आप तब उनसे भूत भविष्य और वर्तमान के रहस्य जान सकोगे अथार्त किसी के भी भूत और वर्तमान में देख कर वो आपको बता दिया करेंगी क्या हुआ था? और क्या हो रहा है? और आगे क्या होने वाला है? इसके अलावा भी अनगिनत फायदे है इस विधि की ...

विधि: आप गोबर के कंडे या उपले जिनको बोलते है वो घर पर रख लें. ये क्रिया आपको हर शाम को करनी है जब सूर्य अस्त हो चूका हो लेकिन रात न हुई हो. आप देसी घी और पताशे ले आयें और मिटटी का दीपक.
शाम को नाहा धो कर स्वच्छ कपड़े पहन लें. अब अपने आसन पर बैठ जाएँ. सबसे पहले घी का मिटटी वाला दीपक लगायें. कंडे को आप गैस पर रख कर गर्म कर लें बिलकूल लाल. अब एक लौटा स्वच्छ जल ले लें और उसमे हो सके तो कुछ गंगा जल भी मिला लें. अब सबसे पहले अपने इष्ट देव को स्मरण करते हुए कुछ जल चारों और छिड़क दें और कुछ बूंदें उस कंडे पर भी. अब उस पर हाफ या एक चम्मच देसी घी छोड़ दें जैसे हवन करते वक़्त छोड़तें है. और अब १ या २ पताशे भी. अब आपको कोई मंत्र नहीं जप करना है. बस ध्यान करना है अपने पितर महाशक्तियों का और एक ही प्रार्थना करनी है की वो आपको दर्शन दें और सदा आपका दिशा निर्देश करें. अब जो भी भोजन बना है उसका एक निवाला वहां अर्पित करें.

ये क्रिया आपको प्रतिदिन करनी है शाम को. बहुत जल्दी ये शक्तियां पहले आपको सपने में दर्शन और दिशा निर्देश देना शरू करेंगी और फिर जल्दी ही आपकी आँखों के सामने प्रस्तुत हो जायेंगी...

ख़ास बात: इनकी कभी कोई डिमांड नहीं होती क्योंकि आप उनके ही पुत्र पुत्रियाँ है बस भोग की विधि नियमपूर्वक करते रहे इमानदारी से बस यही उनके लिए सब कुछ होता है.
Adrashy Shakti se Contact karen
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सावधान और ध्यान दें: ये शक्तियां प्रकट नहीं होती तब तक आप इस क्रिया से हट सकते है या इसे छोड़ सकते है लेकिन अगर एक बार भी ये क्रिया से ये शक्तियां अगर प्रकट हो जायेंगी फिर आपको ये क्रिया मरते दम तक करता रहना पड़ेगा. और आपके बाद आपके पुत्र और उनके पुत्रों को भी.  अगर आप छोड़ देंगे तो ये जितना हित कर के आपका मंगल कर रही है उससे ज्यादा ये आपका अमंगल भी कर सकती है ...

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1 comment:

  1. Direct gas par bhog de sakte hai ya Gobar ke kande par hi bhog dena jaruri hai aur kitne din mein darshan ho sakte hai...

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