त्राटक एक दिव्य और अति शक्तिशाली साधना है. इसमें अगर आप केवल
प्रैक्टिस भी करते है तो इसका असर और फल आपको तुरंत मिलना शरू हो जाता है, आपकी
आँखों में आकर्षण शक्ति बढ़ने लगती है वाणी का प्रभाव बढ़ने लगता है. आपकी संकल्प
शक्ति बढ़ने लगती है. मूल रूप से जो आप केवल सोचोगे वोही होने लगेगा और आप को खुद
को घोर आश्चर्य होगा की वास्ताव में ये सब
कैसे हो रहा है और अब बात करते है की अगर आप त्राटक सिद्ध कर लेते है तो फिर आप के
लिए कुछ भी असंभव नहीं रहेगा सब शक्तियां आपके सामने हाजिर हो जाएँगी लेकिन केवल
आपको ही दिखाई देंगी वो.
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Jaisa Sochege waisa hi hone lage ga |
विधि: त्राटक कैसे करें ये
सबसे महत्तवपूर्ण है. मैं आपको अभी केवल दीप ज्योति त्राटक की विधि बता रहा हूँ,
जो आपके लिए बेस्ट है.
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त्राटक एक दिव्य और अति शक्तिशाली साधना |
पेट हल्का होना चाहिए, साफ़ कपडे पहन कर कम्बल के असन
पर कमर और गर्दन सीधी करके बैठ जाह्यें. आपके सामने यानी बिलकूल आँखों के सामने
एक ज्योत जला लीजिये.अब पलक झपकाए बिना
एकटक ज्योति को देखिये. प्रतिदिन आधे घंटे
का अभ्यास कीजिये. जिस दिन आपकी पलक झपकना
बंद हो झायेंगी उस दिन से अभ्यास शरू मानना और उसी दिन से आपके सांकलप की शक्ति
एक्टिव हो जाएगी और जो सोचोगे वो होता महसूस होने लगेगा. निरंतर अभ्यास से आपकी
साँसे रुकनी शरू हो जाएगी. शरू में आधा
मिनट फिर 1 मिनट और फिर 10 मिनट और फिर 1 घंटा और ऐसे ही टाइम बढ़ता चला जायेगा खुद
ही बिना जोर लगाये. उस ज्योते में ही आपको सभी देवी देवता , यक्ष किन्नर गन्धर्व
भूत प्रेत आदि दिखाई देने लगेंगे, लेकिन घबराना मत आगे बढ़ते रहना ... बहुत बड़ी
सफलता की तरफ आप आगे बढ़ रहे है इसीलिए लगे रहना. सारा अनुभव publicly बतना alowed
नहीं है इसीलिए यहीं विराम देता हूँ ...
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